कुमाऊँ का लोक गीत
कुमाऊँ का लोक गीत जिस पर हिन्दी फिल्म गीत 'गीत गया पत्थरों ने' भी बना ।
बेडु पाको बारो मासा, ओ नरणी काफल पाको चैत मेरी छैला
बेडु पाको बारो मासा, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २
बेडु पाको बारो मासा, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २
बेडु पाको बारो मासा -२, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २ (कोरस)
भुण भुण दीन आयो -२ नरण बुझ तेरी मैत मेरी छैला -२
बेडु पाको बारो मासा -२, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २
बेडु पाको बारो मासा -२, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २
आप खांछे पन सुपारी -२, नरण मैं भि लूँ छ बीडी मेरी छैला -२
बेडु पाको बारो मासा -२, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २
बेडु पाको बारो मासा -२, ओ नरण काफल पाको चैत मेरी छैला – २
अल्मोडा की नंदा देवी, नरण फुल छदुनी पात मेरी छैला
बेडु पाको बातो मासा -२
बेडु पाको बातो मासा -२
त्यार खुटा मा कांटो बुड्या, नरणा मेरी खुटी पीडा मेरी छैला
बेडु पाको बातो मासा -२
बेडु पाको बातो मासा -२
अल्मोडा को लल्ल बजार, नरणा लल्ल मटा की सीढी मेरी छैला
बेडु पाको बातो मासा -२
बेडु पाको बातो मासा -२
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