मेरे एहसासों को उस तरह मत बिखरना जेसे हवा बिखेर देती है ओस की बूंदों को पत्तो से मुझे मत तडपना उस तरह जेसे तड़पता है बालक प्यार की एक छुअन के लिए मेरी स्मृतियों को मत करना धुन्दला जेसे करता है समय इतिहास को जीवन के हर पहलु से मत करना जुदा हमे जेसे सत्य करता है खुशनुमा स्वप्नों से नहीं लिखना चाहता कोई कविता पर मत करना मेरे भावो को मुझसे जुदा जेसे आत्मा जुदा हो जाती है इस शारीर से वो सब मत करना जो मुझे तुमसे और खुद से अलग कर देना ..

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