आज तुम्हारे हाथो के बीच के खालीपन को भरना चाहता हूँ ॥
आज तुम्हारी पलकों मैं बस जाना चाहता हु ...
आज तुम्हारे कंधे पर सिर रखकर सो जाना चाहता हु...
आज तुम्हारे होने पर न होने का सारा गम भुला देना चाहता हु...
आज तुम्हारी पलकों मैं बस जाना चाहता हु ...
आज तुम्हारे कंधे पर सिर रखकर सो जाना चाहता हु...
आज तुम्हारे होने पर न होने का सारा गम भुला देना चाहता हु...
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