वो उस दिन


वो उस दिन सब कुछ बदल गया था
वो तुम्हारा मुझ मैं मिल जाना
सब कुछ मिल जाने जेसा था
जिसे मैं ख्वाबो मैं केद करके रखता था
आज यो सब हुआ


तेरी एक छुआन ने
जेसे नए एहसास को पैदा किया
जेसे सिमट सी गई जिंदगी उस दिन
तुम्हारी पलके जेसे बस गई थी मुझमे
तुम्हारे होठ जेसे ठहर से गए थे
वो बारिश की बुँदे भी फिसलना भूल सी गई थी
सब कुछ ठहर सा गया था उस दिन उस घंटे

उस दिन तुम कितना बेचेन थी
जेसे वो घनते तुम्हारी ज़िन्दगी से कई बड़े हो
हम खो चुके थे एक दुसरे मैं
जेसे कुछ कहना ही नहीं चाहते थे हमारे लब्ज़
सब कुछ अजीब था
सब कुछ नया
सब कुछ समझा था
सब कुछ समझ
कुछ था उस दिन उस घंटे

उस दिन और दिन की तरह नहीं होता
मेरी ख्वाहिश है वो नया दिन
सबके जीवन मैं आये

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