एक अपने हाथो बंद करो कोई समय है जो वहा से गुजरना चाहता है दो आसमा बहुत ऊँचा है कुछ दूर खड़ा मैं छु लेना चाहता हु परछाई को तीन आम के झुरमुट से फिर कोयल राग निकलेगा जरुरत है एस बार संभल कर रखने की चार एक तस्वीर है उलटी तंगी है देवर पर अभी भी वक्त है उसे दोद कर सीधा कर दो॥ पांच कुछ आवाज़े खो गई है जाओ उनको धुन्धो और उन्हें वापस कर दो जो सदियों से इन्हें तलाश रहे है

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