चेहरे
तरह तरह के लोग बेठे
सफ़र कर रहे बस मैं
कोई काम से लोटता
थका हरा
कोई घर पहुचने किजल्दी मैं
बार बार घडी को निहारता
एक से एक चेहरे है बेठे
किसी उम्मीद मैं है बेठे
यह गाड़ी पहुंचा देगी
जहा यह सरे चेहरे जाना चाहते है
कुछ सहमे से चेहरे
हाथो को दुसरे हाथो मैं बंधे
दूसरी सिट पर उन्घियते चेहरे
कुछ दो टांगो पर सहारा लेकर
सफ़र करते थके चेहरे
हर चेहरा एक दुसरे को निहारता
तुलना करता अपने और उसमे
कुछ नोजवान चेहरे
रिश्तो की तलाश मैं जेसे ठहरे
कुछ मुरझाये चेहरे
लम्बी सांसो को बचने के प्रयास मैं
बस मैं हर चेहरा
एक दुसरे चेहरे का प्रतिद्वंदी था
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